प्रश्न – ईश्वर को कैसे पाया जाय ?
उत्तर – हरेक साधक की अपनी अपनी क्षमता होती है सबकी अपनी-अपनी योग्यता
होती है| उसके कुल का सम्प्रदाय का जो भी मंत्र इत्यादि हो उसका जप-तप करता
रहे ठीक है | साथ ही साथ किसी ज्ञानवान महापुरुष का सत्संग सुनता रहे |
बुद्ध पुरुष के सत्संग के द्वारा साधक का अधिकार बढ़ता जाएगा | साधक की
योग्यता देखकर यदि ज्ञानवान मार्ग बताएं तो उस मार्ग परा चलने से साधक
जल्दी अपने लक्ष्य तक पहुँच जाता है |
प्रथम भक्ति संतन कर संगा |
दूसर रती मम कथा प्रसंगा ||
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