गुरुदेव दया करदो मुजपर मुझे अपने सरन मै रहने दो
मुझे ज्ञान के सागर से स्वामी अब निर्मल गागर भरने दो
गुरुदेव दया करदो.....
तुम्हारी सरन मै जो कोई आया पर हुवा सो एक ही पल मै
इस दर पे हम भी आये है इस दरपे गुजारा करने दो
मुझे ज्ञान के सागर से स्वामी अब निर्मल गागर भरने दो
गुरुदेव दया करदो.....
सीर पर छाया घोर अँधेरा सुजात नहीं राह कोई
ये नयन मेरे और ज्योत तरी इन नैनों को भी बहने दो
मुझे ज्ञान के सागर से स्वामी अब निर्मल गागर भरने दो
गुरुदेव दया करदो.....
चाहे तीर दो चाहे डूबा दो मर भी गिये तो देगे दुहाई ,
डूब भी गए तो देगे दुहाई
ये नव मरी और हाट तेरे मुझे भाव सागर से तारने दो
मुझे ज्ञान के सागर से स्वामी अब निर्मल गागर भरने दो
गुरुदेव दया करदो......
तुम्हारी सरन मै जोभी आया पर हुवा सो एक ही पल मै
इस दर पे हम भी आये है इस दर पे गुजारा करने दो
मुझे ज्ञान के सागर से स्वामी अब निर्मल गागर भरने दो
गुरुदेव दया करदो......
Monday, March 22, 2010
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